भारत की गेमिंग क्रान्ति बनी ग्लोबलः भारत टेक ट्रायम्फ प्रोग्राम के तीसरे सीज़न के विजेता जीडीसी सैन फ्रांसिस्को, स्टार्ट-अप महाकुंभ और वेव्स में स्थापित करेंगे इंडिया पैविलियन
• डीपीआईआईटी, एमआईबी, आईईआईसी और विंज़ो ने भारत टेक ट्रायम्फ प्रोग्राम के तीसरे सीज़न के लिए की साझेदारी, यह मंच भारत की टॉप गेम डेवलपमेन्ट प्रतिभा को पहचान कर उन्हें जीडीसी 2025 (मार्च 17-21, सैन फ्रांसिस्को), स्टार्ट-अप महाकुंभ (अप्रैल 3-5, भारत) और वेव्स (मई 1-4, भारत) के दौरान अपने प्रोडक्ट्स दशाने का मौका देगा
• बीटीटीपी के तीसरे संस्करण में 1000 से अधिक प्रविष्टियों में से 20 विजेताओं का चयन किया गया
नई दिल्ली
भारत में गेम डेवलपमेन्ट प्रतिभा को बढ़ावा देने में अग्रणी इंटरैक्टिव एंटरटेनमेन्ट एण्ड इनोवेशन काउन्सिल तथा भारत के सबसे बड़े इंटरैक्टिव एंटरटेनमेन्ट प्लेटफॉर्म विनज़ो गेम्स की पहल भारत टेक ट्रायम्फ प्रोग्राम (बीटीटीपी) ने 26 फरवरी 2025 को आयोजित ग्राण्ड फिनाले के दौरान 20 विजेता गेम डेवलपर्स की घोषणा की।
बीटीटीपी के तीसरे और अब तक के सबसे बड़े संस्करण का आयोजन भारत सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के विभाग- डीपीआईआईटी के सहयोग से किया गया। बीटीटीपी के तीन संस्करणों के दौरान 1500 से अधिक सर्वश्रेष्ठ गेम डेवलपर्स एवं छात्रों ने हिस्सा लिया है। ऐसे में यह मेड इन इंडिया फॉर द वर्ड टेक्नोलॉजी एवं आईपी के लिए इनोवेशन और उद्यमिता को बढ़ावा देने वाला महत्वपूर्ण मंच बन गया है। तीसरे सीज़न के लिए विजेता गेम्स का मूल्यांकन देश के टॉप निवेशकों एवं उद्यमियों द्वारा किया गया। इनमें डॉ मुकेश अघी (सीईओ एवं प्रेज़ीडेन्ट, यूएस- इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम), प्रशांत प्रकाश (फाउन्डिंग पार्टनर, एक्सेल पार्टनर्स) और अर्चना जहागीरदार (संस्थापक एवं प्रबन्धन निदेशक, रूकम कैपिटल), संजीव सिंह, संयुक्त सचिव, डीपीआईआईटी और राजेश राजू, मैनेजिंग डायरेक्टर, कलारी कैपिटल शामिल थे।
यह संस्करण भागीदारी और मार्केट के अवसरों का लाभ उठाने की दृष्टि से भी सबसे बड़ा संस्करण रहा। इस संस्करण के विजेताओं को जीडीसी 2025 (मार्च 17-21, सैन फ्रांसिस्को), स्टार्ट-अप महाकुंभ (अप्रैल 3-5, भारत) और वेव्स (मई 1-4, भारत) में भारत का प्रतिनिधित्व करने तथा विश्वस्तरीय निवेशकों, प्रकाशकों एवं उद्योग जगत के अग्रणी संगठनों के समक्ष स्वदेशी गेम्स एवं गेमिंग आईपी को दर्शाने का मौका मिलेगा।
भारत का गेमिंग सेक्टर, इनोवेशन, विकास तथा आईपी एवं टेक्नोलॉजी के निर्यात की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण दौर से गुज़र रहा है।
बीटीटीपी के तीसरे संस्करण का आयोजन ऐसे समय में किया गया है जब भारतीय गेमिंग उद्योग तेज़ी से विकसित हो रहा है। यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम की रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में भारत का गेमिंग मार्केट तकरीबन 4 बिलियन डॉलर का है और 2034 तक यह 60 बिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है।
ऐसे में बीटीटीपी, भारत को इंटरैक्टिव एंटरटेनमेन्ट, गेमिंग टेक्नोलॉजी एवं स्वदेशी आईपी क्रिएशन में ग्लोबल लीडर के रूप में स्थापित करेगा। यह पहल माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के दृष्टिकोण ‘क्रिएट इन इंडिया फॉर द वर्ल्ड’ के अनुरूप भी है, जो भारतीय क्रिएटर्स को गेमिंग, एवीजीसी (एनिमेशन, विज़ुअल इफेक्ट्स, गेमिंग एवं कॉमिक्स) और डिजिटल स्टोरीटैलिंग के अवसरों का लाभ उठाने के लिए प्रेरित करती है। बीटीटीपी जैसे आयोजन माननीय प्रधानमंत्री जी के दृष्टिकोण के अनुरूप भारतीय गेम डेवलपर्स की प्रतिभा को बढ़ावा देने तथा इसे 60 बिलियन डॉलर के ग्लोबल गेमिंग मार्केट के रूप में विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यह मंच सेक्टर की सामुहिक महत्वांक्षाओं का संयोजन है।
टेक ट्रायम्फ प्रोग्राम का तीसरा संस्करणः विश्वस्तरीय एवं राष्ट्रीय पहचान का गेटवे
अप्रत्याक्षित अखिल भारतीय पहुंच के साथ बीटीटीपी के तीसरे संस्करण में 1000 से अधिक गेमिंग स्टुडियोज़, इंडी डेवलपर्स, टॉप आईआईटी एवं आईआईएम के छात्रों, टेक स्टार्टअप्स, मोबाइल, कंसोल एवं इमर्सिव प्लेटफॉर्म्स ने हिस्सा लिया। विजेता (पूरी सूची संलग्न अनुलग्नक में उपलब्ध है) अपने इनोवेशन्स को जीडीसी 2025, वेव्स एवं स्टार्ट-अप महाकुंभ में प्रदर्शित करेंगे।
इस अवसर पर जूरी सदस्य संजीव सिंह, संयुक्त सचिव, डीपीआईआईटी, वाणिज्च एवं उद्योग मंत्रालय, भारत सरकार ने कहा, ‘‘टेक ट्रायम्फ प्रोग्राम भारत को ग्लोबल गेमिंग लीडर बनाने के माननीय प्रधानमंत्री जी के आह्वान की याद दिलाता है, उनके दृष्टिकोण के अनुसार भारत को न सिर्फ गेम्स खेलने में बल्कि उनके विकास में भी अग्रणी स्थिति पर स्थापित होना चाहिए। ऐसे में यह प्रोग्राम गेम डेवलपर्स एवं टॉप गेमिंग कंटेंट को बढ़ावा देकर प्रधानमंत्री जी के दृष्टिकोण को बढ़ावा देता है। बीटीटीपी भारत की सर्वश्रेष्ठ स्आर्टअप एनर्जी- टेक, गेमिंग, एक्सपोर्ट, आईपी तथा भारतीय संस्कृति एवं धरोहर के प्रोमोशन को बढ़ावा देता है।
इस प्रोग्राम के माध्यम से हमें इंजीनियरिंग में उत्कृष्ट क्षमता, प्रोडक्ट्स, इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी तथा बेजोड़ इनोवेशन्स एवं रचनात्मकता को देखने का अवसर मिला है।प्रशांत प्रकाश, जाने-माने पूंजीपति एवं बीटीटीपी के जूरी सदस्य ने कहा, ‘‘भारत का स्टार्ट-अप इकोसिस्टम तेज़ी से विकसित हो रहा है। बीटीटीपी जैसे आयोजन इस सेक्टर के विकास को गति प्रदान करते हैं। गेमिंग की बात करें तो इसमें देश एवं दुनिया भर में बदलाव आ रहा है, ऐसे में अगर भारत अपनी क्षमता का सदुपयोग करे तो 2034 तक देश का गेमिंग मार्केट 50-60 मिलियन डॉलर तक पहुंच जाएगा। माननीय प्रधानमंत्री जी भी मेड इन इंडिया गेम्स के निर्यात पर ज़ोर देते हैं और बीटीटीपी निश्चित रूप से उनके इस दृष्टिकोण को बढ़ावा देता है। बीटीटीपी के तीसरे संस्करण ने इस सेक्टर की ज़बरदस्त प्रतिभा का प्रदर्शन किया है।’
पवन नंदा, सह-संस्थापक, विंज़ो गेम्स ने कहा, ‘‘अपने तीसरे संस्करण के साथ बीटीटीपी एक ऐसे मंच के रूप में विकसित हो चुका है जो भारत के गेम डेवलपर्स को अपनी प्रतिभा के सदुपयोग का अवसर प्रदान करता है। गेमिंग मार्केट और गेम डेवलपर्स को समर्थन प्रदान करने के उद्देश्य से ही बीटीटीपी की अवधारणा लाई गई थी। यह मंच गेम डेवलपर्स को ग्लोबल एक्सपोज़र देता है, उन्हें ज़रूरी मागदर्शन प्रदान करता है, उन्हें निवेशकों के साथ जोड़कर उनके प्रोडक्ट की पहुंच बढ़ाने में मदद करता है। तीसरे संस्करण की सफलता से स्पष्ट है कि बीटीटीपी अपने उद्देश्यों पर खरा उतरा है। हम बीटीटीपी की सफलता से बेहद उत्साहित हैं।’