नई दिल्ली
दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनने के बाद मुस्तफाबाद और नजफगढ़ जैसे इस्लामिक पहचान वाले नामों को बदलने की मांग जोर पकड़ चुकी है। मुस्तफाबाद का नाम बदलकर शिव विहार करने का प्रस्ताव विधानसभा में लाए जाने की तैयारी के बीच अब बाबरपुर का नाम बदलने की मांग भी उठ गई है। भाजपा विधायक अजय महावर ने कहा है कि वह इसके लिए विधानसभा में प्रस्ताव ला सकते हैं। उन्होंने कहा कि बाबर एक लुटेरा और आक्रांता था वह हमारा हीरो कैसे हो सकता है। बाबरपुर विधानसभा सीट पर मुसलमानों की बड़ी आबादी है और 2015 से लगातार यहां 'आप' के गोपाल राय जीत रहे हैं।
घोंडा विधानसभा सीट से विधायक अजय महावर ने एक से बातचीत में बाबरपुर का नाम बदलने की बात कही। महावर ने कहा, 'बाबरपुर विधानसभा सीट का नाम बदलने की मांग मैंने पिछली सरकार के दौरान भी किया था। बाबर लुटेरा, आक्रांता, बर्बर था। वह हमारा हीरो कैसे हो सकता है। उसने भगवान राम की जन्मस्थली अयोध्या में जबरन बाबरी ढांचा बनाया था, उसका का नाम बदलकर फैजाबाद कर दिया था। नाम तो उसने बदला था।'
मोहनपुरी रखो या कलामपुरी: महावर
यह पूछे जाने पर कि नया नाम क्या रखा जाए, अजय महावर ने कहा कि बाबरपुर का नाम मोहनपुरी कर सकते हैं या फिर अब्दुल कलाम के नाम पर अब्दुल कलामपुरी भी रख सकते है। महावर ने कहा कि किसी मुस्लिम स्वतंत्रता सेनानी का भी नाम रखा जा सकता है। महावर ने कहा कि मोहन सिंह बिष्ट की ओर से लाए जा रहे प्रस्ताव पर यदि उन्हें बोलने का मौका मिला तो वह बाबरपुर का नाम बदलने का भी प्रस्ताव विधानसभा में रखेंगे।
नजफगढ़ का नाम नाहरगढ़ करने की उठ चुकी मांग
भाजपा की विधायक नीलम पहलवान नजफगढ़ क्षेत्र का नाम बदलकर 'नाहरगढ़' करने की मांग विधानसभा के पहले ही सत्र में उठा चुकी हैं। उन्होंने कहा था, 'आलम-द्वितीय के समय में मुगल शासन के तहत नजफगढ़ को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। 1857 के विद्रोह के दौरान, राजा नाहर सिंह ने लड़ाई लड़ी और नजफगढ़ क्षेत्र को दिल्ली के क्षेत्र में शामिल किया। हम नजफगढ़ का नाम नाहरगढ़ कराने की लंबे समय से कोशिश कर रहे हैं। निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को पूरी उम्मीद है कि यह विधानसभा नाम बदलने के हमारे प्रयासों का समर्थन करेगी।'