रांची
झारखंड के स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के अपर मुख्य सचिव अजय कुमार सिंह के द्वारा राज्य के सभी सिविल सर्जन और उपाधीक्षकों के साथ स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत आने वाले सभी निकासी एवं व्ययन पदाधिकारियों के कार्यों की समीक्षा की गई।
इस समीक्षा बैठक में अपर मुख्य सचिव ने सभी को निर्देश देते हुए कहा कि जितने भी 108 एंबुलेंस छोटी-मोटी खराबी के कारण बंद हैं उन्हें 15 दिनों के अंदर प्रस्ताव तैयार प्राक्कलन के अनुसार राशि उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने कहा कि एंबुलेंस 100 प्रतिशत संचालित होने चाहिए। इसके साथ उन्होंने सभी अस्पतालों में सभी प्रकार के आवश्यक उपकरण एवं मशीनों का आंकलन कर उसकी सूची विभाग को प्रेषित करने के निर्देश दिए ताकि मशीनों का क्रय किया जा सके। वीडियो कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने जिन अस्पतालों में एक्स रे मशीन नहीं है उसकी सूची उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही एक सप्ताह के अंदर मॉड्यूलर ओटी का प्रस्ताव उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
वीसी के दौरान सीटी स्कैन और एमआरआई मशीन पर भी चर्चा की गई। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि जहां जगह नहीं है वहां आईपीएच मानक के अनुरूप स्थान उपलब्ध कराया जाए। वर्ष 2025-26 में आवंटित राशि उपावंटन के साथ-साथ एनएचएम की योजनाओं की समीक्षा तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। अपर मुख्य सचिव ने सभी जिलों के सिविल सर्जन और उपाधीक्षकों को सदर अस्पताल से लेकर पीएचसी तक के स्वास्थ्य केंद्रों के रंग-रोगन एवं सुसज्जित करने का निर्देश दिया। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि 1 महीने के अंदर सभी कार्यों को संपन्न करते हुए सभी का फोटोग्राफ अपलोड करें। एक महीने के बाद फिर से कृत कार्रवाई की समीक्षा की जाएगी। वर्तमान वित्तीय वर्ष की वांछित राशि उपलब्ध करा दी गई है, जिस पर अपर मुख्य सचिव ने विस्तार से चर्चा की।