नई दिल्ली
इंटरनेशनल क्रिकेट में 18 मार्च की तारीख पाकिस्तान के लिए एक काले सच की तरह है, जबकि भारतीय क्रिकेट टीम के लिए ये दिन बहुत यादगार है, जबकि तीन क्रिकेटरों ने इस दिन अपना आखिरी वनडे इंटरनेशनल मैच खेला है। तीनों ही महान खिलाड़ी रहे हैं, जिनमें सचिन तेंदुलकर जैसा नाम भी शामिल है। इसके अलावा श्रीलंका के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज कुमार संगकारा और पूर्व कप्तान महेला जयवर्धने भी 18 मार्च को आखिरी बार वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में उतरे थे।
पाकिस्तान के लिए ये दिन इसलिए मनहूस माना जाता है, क्योंकि 18 मार्च 2007 को पाकिस्तान की टीम के हेड कोच बॉब वूल्मर का निधन हो गया था। पाकिस्तान टीम के मैच के अगले दिन उनको होटल के कमरे में मृत पाया गया था। कहा जाता है कि रहस्यमयी परिस्थितियों में उनका निधन हो गया था। यहां तक कि पाकिस्तान टीम के खिलाड़ियों से कई दिन तक पूछताछ भी हुई थी। जमैका पुलिस ने मर्डर के एंगल से इसकी जांच की थी। हालांकि, इसमें कुछ भी संदेहास्पद नहीं पाया गया था।
वहीं, भारतीय टीम के लिए 18 मार्च इसलिए खास है, क्योंकि आज ही के दिन निदहास ट्रॉफी का फाइनल खेला गया था। 2018 में एक ट्राई सीरीज इंडिया, बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच खेली गई थी, जिसे निदहास ट्रॉफी का नाम दिया गया था। इसका फाइनल आज ही के दिन इंडिया और बांग्लादेश के बीच हुआ था, जिसमें आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर दिनेश कार्तिक ने भारतीय टीम को जीत दिलाई थी। ये कोई रेग्युलर टूर्नामेंट नहीं था, बल्कि श्रीलंका की आजादी के वर्षगांठ पर आयोजित किया गया था।
वहीं, जिन तीन महान खिलाड़ियों ने 18 मार्च को अपना आखिरी वनडे इंटरनेशनल मैच खेला, उनमें क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर, श्रीलंका के पूर्व विकेटकीपर कुमार संगकारा और पूर्व कप्तान महेला जयवर्धने ने आज ही के दिन यानी 18 मार्च को अपना-अपना आखिरी वनडे इंटरनेशनल मैच खेला था। सचिन तेंदुलकर ने जहां 2012 में 18 मार्च को अपना आखिरी ओडीआई मैच खेला था, जबकि कुमार संगकारा और महेला जयवर्धन ने साल 2015 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ आइसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप में अपना आखिरी वनडे मैच खेला था। इन तीनों दिग्गजों ने मिलकर 45000 से ज्यादा रन बनाए हैं।