संसद का बजट सत्र शुरू, संसद के दोनों सदनों को राष्ट्रपति मुर्मू ने किया संबोधित, महाकुंभ हादसे पर जताया शोक

नई दिल्ली
संसद का बजट सत्र शुरू हो गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शुक्रवार को दोनों सदनों को संबोधित किया। केंद्रीय बजट 1 फरवरी को पेश किया जाएगा। बजट सत्र 31 जनवरी से 4 अप्रैल तक 2 चरणों में आयोजित किया जाएगा। सत्र का पहला भाग 13 फरवरी को समाप्त होगा और दूसरा चरण 10 मार्च से शुरू होगा। मौजूद बजट सत्र में कई अहम विधेयक पेश किए जाने हैं जिनमें वक्फ (संशोधन) बिल, मुसलमान वक्फ (निरसन) विधेयक शामिल है। इसके अलावा विमान वस्तुओं में हितों का संरक्षण विधेयक, त्रिभुवन सहकारी विश्वविद्यालय विधेयक और आव्रजन व विदेशी विधेयक भी पेश होंगे।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में गुरुवार को सर्वदलीय बैठक हुई। इसके बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि बैठक सकारात्मक रही और इसमें 36 दलों के 52 नेताओं ने भाग लिया। उन्होंने कहा, ‘पार्टी नेताओं ने कुछ मुद्दे उठाए और उन मुद्दों पर चर्चा की मांग की। कार्य मंत्रणा समिति तय करेगी कि किन मुद्दों पर चर्चा की जाएगी।’ सूत्रों ने कहा कि जब कांग्रेस और समाजवादी पार्टी जैसे विपक्षी दलों ने भगदड़ का मुद्दा उठाया तो राजनाथ सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार महाकुंभ त्रासदी की जांच कर रही है। महाकुंभ में भगदड़ पर चर्चा की विपक्ष की मांग के बारे में पूछे जाने पर मंत्री ने कहा कि निर्णय बीएसी की ओर से लिया जाएगा।

भाजपा के राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा, 'जिस दिन की यह (महाकुंभ भगदड़) दुर्भाग्यपूर्ण घटना है उस दिन भी कोई VIP मूवमेंट नहीं था। इसके कारण क्या थे, इस पर जांच कमेटी की रिपोर्ट आएगी। जो घटना घटी वह दुर्भाग्यपूर्ण है। यह नहीं होना चाहिए था।' राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, 'देश ने देश की सीमाओं की रक्षा और आंतरिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। सरकार ने रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में भी कदम उठाए हैं। मेक इन इंडिया से हम मेक फॉर द वर्ल्ड की ओर बढ़ चुके हैं।'

राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा- आत्मनिर्भर कृषि व्यवस्था हमारा लक्ष्य
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, 'भारत में आधुनिक और आत्मनिर्भर कृषि व्यवस्था हमारा लक्ष्य है। मेरी सरकार किसानों को फसलों का उचित दाम दिलाने और उनकी आय को बढ़ाने के लिए समर्पित भाव से काम कर रही है।'

आदिवासी समाज पर क्यों बोलीं राष्ट्रपति मुर्मू
संसद की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, 'आजादी के दशकों बाद भी हमारे जिस आदिवासी और जनजातीय समाज की उपेक्षा होती रही मेरी सरकार ने उनके कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।'

राष्ट्रीय तिलहन मिशन को मंजूरी, बोलीं राष्ट्रपति
संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, 'देश में तिलहन उत्पादन को बढ़ावा देने और खाद्य तेलों में आत्मनिर्भरता हासिल करने के उद्देश्य से राष्ट्रीय तिलहन मिशन को मंजूरी दी गई है। प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए भी राष्ट्रीय मिशन चलाया जा रहा है।'

राष्ट्रपति मुर्मू बोलीं- रिठाला-नरेला-कोंडली कॉरिडोर का काम शुरू
संसद की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, 'कुछ सप्ताह पहले ही दिल्ली में रिठाला-नरेला-कोंडली कॉरिडोर का काम शुरू हुआ है, जो दिल्ली मेट्रो नेटवर्क के बड़े सेक्शन में से एक होगा।'

'साइबर सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में निरंतर काम'
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, 'मेरी सरकार साइबर सुरक्षा में दक्षता सुनिश्चित करने की दिशा में निरंतर काम कर रही है। डिजिटल धोखाधड़ी, साइबर अपराध और डीपफेक सामाजिक, वित्तीय और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौतियां हैं।'

भारत को ग्लोबल पावर हाउस बनाना लक्ष्य- राष्ट्रपति
संसद की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, 'विकसित भारत के निर्माण में किसान, जवान, विज्ञान के साथ ही अनुसंधान का बहुत बड़ा महत्वपूर्ण है। हमारा लक्ष्य भारत को ग्लोबल पावर हाउस बनाना है। 

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