छतरपुर
बुंदेलखंड में कहावत है कि पूत के पांव पालने में ही दिख जाते है. छतरपुर जिले के छोटे से गांव की बेटी ने पूरे देश में जिले का मान-सम्मान बढ़ा रही है. छतरपुर की तेज गेंदबाज क्रांति गौड़ का डेब्यू रविवार को श्रीलंका के कोलंबो में खेले गए वूमेन्स ट्राई नेशन सीरीज 2025 के फाइनल मुकाबले में हुआ है. भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए अपना डेब्यू मैच खेला है. इस उपलब्धि पर बाबा बागेश्वर ने क्रांति गौड़ की जमकर प्रशंसा करते हुए कहा, "बुंदेलखंड का गौरव है मेरे जिले की बेटी."
फाइनल में पहुंची क्रांति गौड़
छतरपुर जिले के घुवारा की बेटी क्रांति गौड़ ने महिला ट्राई सीरीज के फाइनल मैच में भारतीय महिला क्रिकेट टीम में डेब्यू किया. इस मुकाबले में भारतीय टीम का शानदार प्रदर्शन रहा. भारत ने श्रीलंका को 97 रनों से हराकर खिताब अपने नाम किया है. वहीं क्रांति ने अपने पहले अंतरराष्ट्रीय मैच में शानदार गेंदबाजी से सभी का दिल जीत लिया. क्रांति शानदार प्रदर्शन से छतरपुर सहित मध्य प्रदेश के लोग खुश हैं."
स्मृति मंधाना ने खेली शतकीय पारी
वूमेंस ट्राई नेशनल सीरीज 2025 का फाइनल मैच कोलंबो के आर. प्रेमदासा स्टेडियम में खेला गया. इस मुकाबले में भारतीय टीम की स्टार खिलाड़ी स्मृति मंधाना ने क्रांति को कैप देकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू कराया. कप्तान हरमनप्रीत कौर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. मुकाबले में स्मृति मंधाना की 116 रनों की शतकीय पारी और हरलीन देओल (47), जेमिमा रोड्रिग्स (44) व हरमनप्रीत कौर (42) शानदार पारियों की बदौलत भारत ने 50 ओवर में 342/7 का विशाल स्कोर खड़ा किया.
भारतीय स्कोर का पीछा करने के उतरी श्रीलंका की टीम 245 रनों पर सिमट गई. इस मैच में क्रांति ने 5 ओवर में 22 रन देकर शानदार गेंदबाजी का प्रदर्शन किया. उनकी गेंदबाजी के सामने श्रीलंका की कप्तान चमारी अट्टापट्टू और नीलाक्षी डी सिल्वा जैसी अनुभवी बल्लेबाज परेशान नजर आईं.
मध्य प्रदेश का गौरव बनी छतरपुर की बेटी
घुवारा की रहने वाली क्रांति गौड़ ने कड़ी मेहनत और लगन से भारतीय महिला क्रिकेट टीम तक का सफर तय किया है. क्रांति ने इसी साल महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) में यूपी वॉरियर्स के लिए खेलते हुए अपनी रफ्तार और सटीकता से सभी को प्रभावित किया था. क्रांति के डेब्यू से छतरपुर, घुवारा सहित पूरे मध्य प्रदेश में खुशी का माहौल है. खेल प्रेमी और समाजसेवी उनके इस उपलब्धि को ऐतिहासिक बता रहे हैं.
यह हम सभी के लिए यह गर्व का पल
उनका कहना है कि क्रांति ने छोटे से कस्बे से निकलकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश का नाम रोशन किया है. यह हम सभी के लिए गर्व का पल है. क्रांति की सफलता सभी बेटियों के लिए प्रेरणा है. उनके प्रदर्शन ने साल 2025 में खेले जाने वाले महिला क्रिकेट विश्व कप से पहले भारतीय टीम की तैयारियों को और मजबूत किया है. वहीं कथा वाचक धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने महिला क्रिकेटर क्रांति गौड़ को आशीर्वाद देकर कहा, "हमारी भगवान से प्रार्थना रहेगी कि बिटिया हमेशा उन्नति करे और भारत का नाम रोशन करें. बुंदेलखंड की भूमि ही ऐसी है, यहां जन्मे वीर पुरूष और वीरांगना ने हमेशा देश दुनियां में अपना परचम लहराया है.