नई दिल्ली। मशहूर कथक गुरू एवं नृत्यांगना प्रतिभा सिंह को महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में योगदान के लिए सम्मानित किया गया । यह सम्मान महिला दिवस की भावनात्मक विदा वेला के अवसर पर उन्हें दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ आयुर्वेद के सभागार में दिया गया । नृत्य तथा प्रदर्श कलाओं के क्षेत्र में इनके सक्रिय योगदान को देखते हुए प्रतिभा सिंह को इस सम्मान के लिए चयनित किया गया था ।
उल्लेखनीय है कि शास्त्रीय नृत्य कथक और रंगमंच के लिए प्रतिभा लगातार सक्रिय हैं। ट्रांसजेंडर समुदाय के साथ नृत्य संरचनाओं तथा प्रस्तुतियों के द्वारा किया गया काम भी चर्चा में रहा है। महाकवि निराला रचित राम की शक्ति पूजा, अज्ञेय की कविता नदी के द्वीप जैसी रचनाओं का मंचन उल्लेख्य है। प्रतिभा कलामंडली, दिल्ली की सचिव भी हैं । महत्वपूर्ण यह भी है कि कला मंडली,दिल्ली केवल महिलाओं द्वारा संचालित संस्था है । कला मंडली,दिल्ली संगीत, नृत्य और प्रदर्शनकारी कलाओं के आयोजन करती रहती है।
प्रतिभा सिंह ने गणेश वंदना पर नृत्य कर समारोह का रोचक शुभारंभ किया । ख्यातिलब्ध स्व. पं. देबू चौधरी के शिष्य उमाशंकर प्रसाद सिंह ने मनमोहक सितारवादन प्रस्तुत किया। योग, ध्यान तथा संगीत का आपसी अंतर्संबंध इस प्रस्तुति का आधार थी। त्रियन प्रतिबिंब के छऊ नृत्य ने दर्शकों को मुग्ध कर दिया । इसके पश्चात प्रतिभा सिंह द्वारा ही निर्देशित हिन्दी साहित्य के प्रमुख हस्ताक्षर अज्ञेय के काव्य नदी के द्वीप के अंश का नाट्य मंचन हुआ।