भोपाल
प्रदेश में स्कूलों में विद्यार्थियों को पर्यावरण संबंधी गतिविधियों, जलवायु परिवर्तन और अन्य पर्यावरणीय मुद्दों के प्रति संवेदनशील और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार बनाने के लिये लोक शिक्षण संचालनालय ने स्कूलों में ईको क्लब गठित किये जाने का निर्देश दिये है। इसके लिये समस्त जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखा गया है।
पत्र में निर्देश दिये गये है कि मिशन लाइफ के लिये स्कूलों में ईको क्लब का गठन किया जाये। पर्यावरण संरक्षण पर केन्द्रित आयोजन किये जायें। इन आयोजनों में विद्यार्थियों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाये। मिशन लाईफ के अंतर्गत एनसीईआरटी द्वारा एनआईसीटीई के साथ प्रौद्योगिकी पार्टनर के रूप में एक पोर्टल बनाया गया है। पोर्टल में ईको क्लब की सहायता के लिये मैन्यूअल और डेमो वीडियो तैयार किये गये है। जिला शिक्षा अधिकारियों को अपने क्षेत्र की शालाओं में मिशन लाईफ पोर्टल के उपयोग करने के लिये कहा गया है।
प्रदूषण के दुष्परिणामों से विद्यार्थियों को किया जाये जागरूक
लोक शिक्षण संचालनालय ने प्रदेश की शालाओं में प्रदूषण के दुष्परिणामों से विद्यार्थियों को जागरूक करने के लिये विशेष अभियान चलाने के लिये कहा है। अभियान में रबी की फसल के बाद पराली जलाने से पर्यावरण, मानव स्वास्थ्य एवं कृषि उत्पादन पर विपरित प्रभाव पड़ने की जानकारी विद्यार्थियों को देने के लिये कहा गया है। संचालनालय ने कहा है कि विद्यार्थियों को बताया जाये कि पराली जलाने से कार्बन डाइऑक्साइड, कार्बन मोनोऑक्साइड, मीथेन और अन्य हानिकारक गैसें निकलती है, जिससे वायु प्रदूषण बढ़ता और मिट्टी में मौजूद कार्बनिक पदार्थ और सूक्ष्म जीव नष्ट होते है। इससे मिट्टी की उर्वरकता भी कम होती है। इन सभी दुष्प्रभावों को बताने के लिये विद्यार्थियों के बीच निबंध लेखन, पोस्टर, प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएं। विद्यार्थियों को प्रार्थना सभा के दौरान भी पराली जलाने से निकलने वाले धुएं से साँस लेने में तकलीफ और अन्य सांस संबंधी बीमारियों की भी जानकारी दी जायें।