सिंहस्थ निर्माण कार्यों को गुणवत्ता और समय सीमा मे काम करना सुनिश्चित करें: अपर मुख्य सचिव मंडलोई

 

भोपाल

अपर मुख्य सचिव श्री नीरज कुमार मंडलोई ने उज्जैन में सोमवार को सिंहस्थ-2028 के प्रचलित और प्रस्तावित कार्यों को समय-सीमा में पूर्ण कराया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने लोक निर्माण विभाग, मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम और ब्रिज कॉरपोरेशन व विद्युत विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए हैं कि सभी 2 वर्ष में पूर्ण होने वाले निर्माण कार्य, जून-2027 तक आवश्यक रूप से पूर्ण किये जाएं। सभी विभाग के अधिकारी समन्वय करें, किसी प्रकार का कोई गतिरोध ना हो। कलेक्टर सभागृह में आयोजित बैठक में संभाग आयुक्त श्री संजय गुप्ता, प्रभारी कलेक्टर श्रीमति जयति सिंह, और अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

अपर मुख्य सचिव श्री मंडलोई ने बैठक मे सभी निर्माण एजेंसी के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जून-2027 तक सभी बड़े कार्यों को पूर्ण करने की कार्य योजना बनाकर काम करें। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। कार्यों की डीपीआर बनाने वाले अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय होगी। संबंधित अधिकारियों को इसकी जिम्मेदारी लेना होगी।

एसीएस श्री मंडलोई ने रेलवे ओवर ब्रिज की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि इसके लिए ब्रिज कॉर्पोरेशन के चीफ इंजीनियर सीधे रेल्वे के वरिष्ठ अधिकारियों से चर्चा करेंगे। प्रतिदिन कार्य की मॉनिटरिंग कर रिपोर्ट प्रत्येक 15 दिन में अपर मुख्य सचिव को दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं।

अपर मुख्य सचिव श्री मंडलोई ने निर्देश दिए की उज्जैन सिंहस्थ-2028 के लिए चल रहे निर्माण कार्य और प्रस्तावित कार्यों के लिए वह भू-अर्जन के लिए अलग से एक व्यवस्था बनाई जावे जिससे किसी भी निर्माण एजेंसी को समस्या ना हो और निर्माण कार्य  की गति प्रभावित न हो। संभाग आयुक्त श्री गुप्ता ने बताया कि इसके लिए 100 करोड़ रू. का एक अतिरिक्त फंड बनाया जाकर काम किए जाने का प्रस्ताव दिया गया है। प्रेजेंटेशन में बताया गया कि आगर मालवा जिले में आमला से नलखेड़ा तक 13 किलोमीटर का फोर लाइन बायपास निर्माण भी किया जाना प्रस्तावित है, जिससे बगलामुखी माता मंदिर के लिए जाने की सुविधा प्राप्त होगी। मंदसौर में पशुपतिनाथ से नालछा माता मंदिर तक फोरलेन का बायपास भी प्रस्तावित किया गया है।

अपर मुख्य सचिव श्री मंडलोई ने निर्देश दिए हैं कि सिंहस्थ के निर्माण कार्य को देखते हुए पीडब्ल्यूडी का एक डिविजन और ब्रिज कॉर्पोरेशन का एक सब डिवीजन उज्जैन में स्थापित होगा। इससे कार्य को गति मिले और 2 वर्ष की अवधि में सभी निर्माण कार्यों को पूर्ण करने में सुविधा होगी। उज्जैन इंदौर सिक्स लेन मार्ग का निर्माण कार्य शुरू हो चुका है, जिस पर अपर मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि रोड सेफ्टी के साथ-साथ आसपास की गाड़ियां सीधे रोड पर ना चढ़े, इसकी व्यवस्था भी कि जाये, लाइट एवं अन्य व्यवस्थाओं का भी ध्यान रखा जाए।

बैठक में उज्जैन-जावरा 5000 करोड़ रुपये के 98 किलोमीटर के ग्रीनफील्ड मार्ग के लिए भी प्रेजेंटेशन दिया गया। इसमें सिविल वर्क रू. 2029 करोड़ का है। उज्जैन-मक्सी फोरलेन मार्ग 38 किलोमीटर का है जो 16 मीटर चौड़ा मार्ग प्रस्तावित है और इसकी प्रस्तावित लागत रू. 273 करोड़ है। इंगोरिया-उन्हेल मार्ग जिसकी लम्बाई 24 किलोमीटर है जो रू. 112 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा, इंगोरिया- देपालपुर मार्ग 32 किलोमीटर का 2 लेन मार्ग रू.195 करोड़ की लागत से बनाया जाना प्रस्तावित है। उज्जैन सिंहस्थ 701 करोड़ रुपये की लागत का बायपास फोरलेन  19.82 किलोमीटर का मार्ग 17 मीटर चौड़ा बनेगा।

अपर मुख्य सचिव श्री मंडलोई ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि कार्यों को समन्वय के साथ तीव्र गति से किया जाये। अतिरिक्त अमले की आवश्यकता पर विभाग सीधे पत्राचार करें, जिससे कार्य की गति भी प्रभावित न हो।

अपर मुख्य सचिव श्री मंडलोई ने इसके अतिरिक्त विद्युत विभाग की व्यवस्थाओं की भी समीक्षा की और मेडिसिटी के प्रेजेंटेशन को देखा अपर मुख्य सचिव ने सभी कार्य योजना पर संतुष्टि जताते हुए कहा कि उपरोक्त कार्य योजना बेहतर है। कार्य योजना समय पर पूर्ण कर लेने पर हम  सिंहस्थ-2028  में बेहतर कनेक्टिविटी बना पाएंगे सभी अधिकारियों को उन्होंने समयबद्ध तरीके से काम करने के निर्देश भी दिए हैं। 

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