भोपाल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पानी सोखने वाले यूकेलिप्टस के पेड़ों को काटा जाएगा और उसकी जगह पर वॉटर लेवल बढ़ाने वाले साल वृक्ष लगाए जाएंगे। साल के पेड़ जड़ों से पानी जमीन में छोड़ते हैं। 5 जून को पर्यावरण दिवस के दिन हम संकल्प लेंगे कि हरियाली अमावस्या के दिन से मां नर्मदा के तट पर पौधे लगाएंगे। पहले के समय में मां नर्मदा के तटों के आसपास दूर-दूर तक पेड़-पौधे होते थे, वहां से पानी की झिर निकलती थी, पानी नर्मदा में मिलता था। अब ऐसा नहीं हो रहा है, इसलिए नर्मदा संरक्षण का अभियान चलाया जा रहा है। यह समाज में पर्यावरण के प्रति चेतना जगाने का अभियान है।
मुख्यमंत्री ने नर्मदा सेवा अभियान में आंवली घाट में आयोजित कार्यक्रम में कहा कि हम नर्मदा के तट पर दोनों तरफ उपयुक्त स्थानों में तालाब बनाएंगे। तालाब में पानी भरेगा तो वह जमीन के नीचे जाएगा, कुएं में भी आएगा, ट्यूब वेल में भी आएगा और नर्मदा मैया की गोद में भी चला जाएगा। प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा की मौजूदगी में उन्होंने किसानों से अपील की कि प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ें। पूरे खेत में न सही, एक हिस्से में प्राकृतिक खेती की शुरुआत करें। इसके लिए देसी गाय आवश्यक है। जो भी देसी गाय रखेगा, उसके पालन के लिए 900 प्रतिमाह दिया जाएगा।