वाशिंगटन
अमेरिका के लॉस एंजिल्स काउंटी में पिछले कुछ दिनों से आग ने हाहाकार मचा रखा है. शहर का आधा हिस्सा तो आग की चपेट में आ गया है. इस आग से 10 हजार से ज्यादा घर जलकर खाक हो चुके हैं. विनाशकारी आग ने पैसिफिक पैलिसेड और मालिबू के 19,000 एकड़ से भी ज्यादा क्षेत्रों को तबाह कर के रख दिया है, लेकिन हैरानी वाली बात ये है कि इस भयानक आग के बावजूद भी लॉस एंजिल्स की हवा राजधानी दिल्ली की तुलना में काफी साफ है.
हैरानी वाली बात तो है कि इतनी भयानक आग लगने के बाद भी अमेरिकी शहर में शुक्रवार (10 जनवरी, 2025) को एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 154 दर्ज किया गया, जो राजधानी दिल्ली के AQI से कई गुना बेहतर है. इस समय राजधानी का AQI 372 दर्ज किया गया है, जो कि बहुत खराब श्रेणी में गिना जा रहा है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि आम दिनों में अमेरिकी शहरों में एयर क्वालिटी इंडेक्स अच्छी श्रेणी में बना रहता है.
दिल्ली की तुलना में साफ है LA
अमेरिकी AQI को देखने के बाद राजधानी में खराब होती वायु गुणवत्ता परेशान करने वाली है. दिल्ली में इतनी खराब हवा लोगों के लिए रोजाना संघर्ष बन गई है. सोशल मीडिया साइट एक्स पर एक यूजर ने लॉस एंजिल्स और दिल्ली के AQI की तुलना की और लिखा कि आधा एलए जल रहा है, लेकिन हवा अभी भी दिल्ली की तुलना में साफ है. हालांकि, एक एक्स यूजर ने ये भी लिखा कि हरियाणा और पंजाब के लोग पराली जलाते हैं और उसका धुआं हवा के जरिए दिल्ली की ओर आता है. दिल्ली में हवा ने तबाही मचाई हुई है, लेकिन इसे अब झुठलाया नहीं जा सकता कि दिल्ली की हवा लोगों के लिए सुरक्षित नहीं है.
कैसे गिनी जाती है हवा की गुणवत्ता
एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) की बात करें तो शून्य से 50 के बीच AQI 'अच्छा', 51 से 100 'संतोषजनक', 101 से 200 'मध्यम', 201 से 300 'खराब', 301 से 400 'बहुत खराब' और 401 से 500 'गंभीर' माना जाता है.
कितना हुआ नुकसान, कोई अंदाजा नहीं
लॉस एंजिल्स में नुकसान की बात करें तो यहां पर कम से कम पांच चर्च, लाइब्रेरी, बैंक, दुकानें और लोगों के कारोबार, सब कुछ जल कर राख हो चुका है. आग रुकने का नाम ही नहीं ले रही है इसलिए ये जानकारी साफ नहीं है कि कितने स्ट्रक्चर जले हैं.