धर्मांतरण पर भड़के केशव मौर्य, बोले– भारत की आत्मा पर हमला, लेकिन चुनावी हिंदू मौन

लखनऊ 
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने तीखे शब्दों में कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और कथित धर्मनिरपेक्ष ताकतों पर करारा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि भारत की आत्मा को मुस्लिम धर्मांतरण के नापाक हथकंडों से लगातार छलनी करने का षड्यंत्र किया जा रहा है, लेकिन दुर्भाग्य की बात यह है कि जिन्हें खुद को 'हिंदू' कहलाने का शौक सिर्फ चुनावी मौसम में चढ़ता है- उनकी जुबान पर आज भी तुष्टिकरण की राष्ट्रविरोधी परत चढ़ी हुई है. उनका यह बयान छांगुर बाबा उर्फ जमालुद्दीन प्रकरण के संदर्भ में था, जिसे हाल ही में अवैध धर्मांतरण कराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है.

केशव प्रसाद मौर्य ने इस मामले में चुप्पी साधने के लिए विपक्ष की आलोचना की. उन्होने कहा कि कांग्रेस और सपा का असली चेहरा अब जनता के सामने पूरी तरह बेनकाब हो चुका है. इन दलों की तुष्टिकरण की राजनीति, छलावरण से लिपटी धर्मनिरपेक्षता, और मजहबी वोटबैंक के लिए राष्ट्रहित से समझौता करने की नीति अब जनता को स्वीकार नहीं है. उन्होंने विशेष रूप से कांग्रेस पार्टी पर प्रहार करते हुए कहा कि जो पार्टी ‘सांप्रदायिक सौहार्द्र बिल’ जैसे विधेयक लाने का दुस्साहस अपने शासनकाल में कर सकती है, उसका उद्देश्य हिंदू समाज को कानूनी रूप से अपमानित करना और कट्टरपंथी मानसिकता को प्रश्रय देना है. 
 
भाजपा सरकार में तुष्टिकरण की कोई जगह नहीं: मौर्य
यूपी के उपमुख्यमंत्री मौर्य ने कहा, 'यह बिल सौहार्द्र का नहीं, धार्मिक पक्षपात का विधायी दस्तावेज था- जिसमें बहुसंख्यकों के अधिकारों को दबाकर, कट्टरपंथियों को ढाल देने की तैयारी की गई थी.' केशव मौर्य ने स्पष्ट कहा कि मोदी सरकार के रहते हुए धर्मांतरण के काले मंसूबे कभी सफल नहीं होंगे. उन्होंने कहा कि भाजपा और मोदी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मूलमंत्र पर कार्य करती है- लेकिन इसमें 'तुष्टिकरण’ की कोई जगह नहीं है. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि जो लोग भारत के सामाजिक ताने-बाने को तोड़कर वोटों की खेती करना चाहते हैं, वे जान लें कि जनता अब पूरी तरह जाग चुकी है.

उन्होंने कहा कि कांग्रेसी और उसके दरबारी कुनबे की इस साझा तुष्टिकरण मंडली को लोकतंत्र और राष्ट्र की जनता समय-समय पर लगातार करारा जवाब दे रही है और धर्मांतरण, तुष्टिकरण तथा राष्ट्रविरोधी सोच को अब किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. केशव प्रसाद मौर्य ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत के उस बयान पर भी प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने कहा था कि 75 वर्ष का होने के बाद सेवानिवृत्त हो जाना चाहिए. उन्होंने नागपुर में एक कार्यक्रम में कहा था, 'जब आपको कोई 75 साल का होने पर बधाई देता है, तो इसका मतलब है कि आपको रुक जाना चाहिए. दूसरों को काम करने का मौका देना चाहिए.' इस पर बोलते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, 'सरसंघचालक जी के किसी बयान पर टिप्पणी करने का ना तो मुझे नैतिक अधिकार है और ना ही मैं उन पर कोई टिप्पणी कर सकता हूं.' विपक्षी दलों ने भागवत के इस बयान को पीएम मोदी के लिए संदेश बताया.

अखिलेश का PDA है परिवार डेवलपमेंट एजेंसी: मौर्य
उन्होंने सपा प्रमुख पर करारा हमला करते हुए कहा कि अखिलेश यादव अपने फर्जी पीडीए यानी परिवार डेवलपमेंट एजेंसी के चेयरमैन हैं और उनके परिवार के अलग-अलग लोग ही इसमें डायरेक्टर हैं. उन्होंने सपा को गुंडों, माफिया और अपराधियों का संरक्षक बताया और कहा कि उसका कोई राजनी​तिक भविष्य नहीं है. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि जब तक भारत विकसित, आर्थिक महाशक्ति समेत सभी क्षेत्रों में अपना परचम नहीं लहरा देगा, तब तक भाजपा का कमल जनता खिलाती रहेगी और हमारी कोशिश रहेगी कि 2027 में समाजवादी पार्टी 47 का अकड़ा भी ना छू पाए. अब सपा, बसपा और कांग्रेस के लिए 2047 तक देश और प्रदेश में सत्ता के दरवाजे बंद हैं.

उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को मुझसे डर लगा करता है. वह फर्जी पीडीए की बात करते हैं, लेकिन उनको पिछड़े वर्ग का नेता ही बर्दाश्त नहीं है. केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि इतिहास के पन्नों को खोलने पर पता चलता है कि उनकी भाषा निम्न स्तर की है, उनके कारनामों को हम उजागर करते रहेंगे और उनके पीडीए की हवा निकल चुकी है. उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह विरासत की सियासत करते हैं और ऐसी बातें बोल देते हैं जो लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष के रूप में उन्हें नहीं बोलनी चाहिए. झूठ के आधार पर कांग्रेस पिछले लोकसभा चुनावों में 99 सीटों तक पहुंच गई, लेकिन अब मुझे स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि 2047 तक वह अर्धशतक लगाने के लिए तरसेगी.

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