शहडोल
ऊगंज और दमोह में पुलिस बल पर हमले के बाद अब शहडोल जिले के बुढ़ार में बदमाशों ने गोलीकांड के आरोपित की तलाश में गई महिला आरक्षक समेत तीन पुलिसकर्मियों पर पथराव कर घायल कर दिया। घटना ईरानी बाड़े की है। पुलिस ने आरक्षक बालभद्र सिंह की रिपोर्ट पर फिरोज अली जाफरी समेत 11 पुरुष, सात महिलाओं और चार अन्य पर एफआईआर दर्ज की है। शहडोल के पुलिस अधीक्षक रामजी श्रीवास्तव के मुताबिक 20 मार्च की रात बुढ़ार पुलिस कुछ संदिग्धों की तलाश में गई थी। बुढ़ार थाने में आरक्षक बालभद्र सिंह की रिपोर्ट पर 20 मार्च की रात सवा तीन बजे दर्ज एफआईआर में उल्लेख है कि सब इंस्पेक्टर उमाशंकर चतुर्वेदी के निर्देश पर प्रधान आरक्षक शंकर प्रजापति, आरक्षक आशीष तिवारी, कृष्ण नारायण मिश्रा, सुशील सिंह, सरिता सिंह, श्रुति सिंह के साथ ईरानी मोहल्ले में एक बाइक की तलाश में गए थे। गली संकरी होने के कारण पुलिस के वाहन के जाने की जगह नहीं थी। इस कारण पैदल उतरकर मोहल्ले के अंदर गए और वहां फिरोज अली जाफरी से बाइक के बारे में पूछताछ किया तो वह भड़क गया और अभद्रता करने लगा।
विवाद होते सुनकर पुलिसकर्मी बचाव में आए तो फिरोज अली के स्वजन व मोहल्ले के लोगों ने मारपीट कर पथराव कर दिया। पुलिस स्टाफ वापस होने लगा तो पीछे आते हुए लोगों ने कहा कि यह ईरानी मोहल्ला है यहां दोबारा कोई पुलिस वाला आया तो वह लौटकर जिंदा नहीं जाएगा।
चार राज्यों की पुलिस कर रही है तलाश
करीब 16 दिन पहले शहडोल के केशवाही क्षेत्र में साप्ताहिक बाजार से लौट रहे सराफा कारोबारियों पर बाइक सवार बदमाशों ने गोली चला दी थी। पुलिस इस मामले के आरोपित की तलाश में ही ईरानी बाड़ा पहुंची थी। बाड़े में रहने वाले आरोपितों की तलाश में उत्तर प्रदेश की महराजगंज पुलिस लूट के आरोपित यूसुफ अली को गिरफ्तार करने आ चुकी है। बाड़े में रहने वाले आरोपितों की तलाश में छत्तीसगढ़ पुलिस भी पहुंची थी। यहां रहने वाला तौहिद अली बिलासपुर में हुई 65 लाख रुपये की लूट के मामले का आरोपित है। इन्हीं आरोपितों ने राजस्थान में भी अपराध किया है।
इन पर एफआईआर
पुलिस ने फिरोज अली जाफरी उसकी दो पुत्रियों कशिश, सूफिया, उसकी बहन फरीदा बेगम के अलावा गुलहसन, सितारा, निगार सुल्ताना, रेश्मा, अरफा, खुशरूबा, मनोहर अली, फिजा बेगम, हुसैन, अशरफी, साबर, साबिर, खानू हुसैन, समेत चार अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।
सात दिन में तीसरी बार वर्दी पर हमला
महाकोशल-विंध्य के जिलों में सात दिन के अंदर तीसरी वार वर्दी पर हमले का मामला सामने आया है। 15 मार्च को मऊगंज जिले के शहपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम गड़रा में ग्रामीणों ने विवाद के चलते एएसआइ रामचरण गौतम और एक युवक सनी द्विवेदी की हत्या कर दी थी। दमोह के देहात थाना क्षेत्र में हथियार जब्त करने गई पुलिस पर आरोपित कासिम खान ने एएसआई को गोली मारकर घायल कर दिया था। जवाबी कार्रवाई में कासिम को भी पैर में गोली लगी थी।