भोपाल में भाजपा का कार्यकर्ता महाकुंभ
भारत शर्मा
भोपाल। मध्य प्रदेश चुनाव का आगाज हो चुका है, पर इस चुनाव में दुल्हा कौन होगा, इसे लेकर भाजपा कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है। आज राजधानी भोपाल में हुआ कार्यकर्ता महाकुंभ में अपने 50 मिनिट के भाषण में पीएम नरेन्द्र मोदी ने एक बार भी सीएम शिवराज का नाम नहीं लिया। ये अलग बात है कि सीएम शिवराज ने पीएम मोदी को भारत के लिए भगवान का वरदान बताया, पर इस वरदान ने भक्त की लाज नहीं रखी। इससे साफ है, चुनाव में भाजपा जीते या हारे, शिवराज सिंह का जाना तय है। अलबत्ता उन्होंने प्रदेश के विकास में भाजपा सरकार की भूमिका की जरुर तारीफ की। अपने चुनावी भाषण में उन्होंने अधिकांश समय तक तो कांग्रेस पर ही हमला किया। उन्होंने कांग्रेस को एक कंपनी करार देते हुए कहा, कि उसने अपने सभी कामों का ठेका अर्बन नक्सलियों को दे दिया है।
पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत मध्य प्रदेश के उन युवाओं को ध्यान में रखते हुए की, जो पहली बार के मतदाता हैं। उनका कहना था, कि ये वे युवा हैं, जिन्होंने कांग्रेस का कुशासन नहीं देखा है, पर उनके मां-बाप ने जरुर देखा होगा। उन्होंने कहा, मैं मध्यप्रदेश के फर्स्ट टाइम वोटर को बताना चाहता हूं कि आपके माता-पिता, दादा – दादी को अभाव में रखने के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है। उनको मुसीबत में जीने के लिए मजबूर करने वाली कांग्रेस एक मात्र पार्टी है। कांग्रेस सिर्फ एक परिवार का गौरवगान करने में ही जुटी रही। कांग्रेस ने प्रजातंत्र को परिवारतंत्र बना दिया।
एमपी में भाजपा की सरकार को लगभग 20 साल पूरे हो चुके हैं। जो युवा पहली बार वोट डालेंगे, उन्होंने भाजपा की ही सरकार को देखा है। ये युवा सौभाग्यशाली हैं कि इन्होंने एमपी में कांग्रेस का वो बुरा शासन और बुराइयां देखी नहीं हैं। एमपी में कांग्रेस के शासन की पहचान थी कुनीति, कुशासन और करोड़ों का करप्शन। उन्होंने कहा, यहां के युवाओं ने भाजपा का सुशासन ही देखा है। विकास करता मध्यप्रदेश ही देखा है। मध्यप्रदेश को देश के अग्रणी गेहूं उत्पादक राज्य के रूप में देखा है। शिक्षा के उभरते केंद्र के रूप में देखा है, इसीलिए आने वाले चुनाव बहुत अहम हैं। हमें ध्यान रखना है कि विकास का जो रास्ता एमपी के लोगों ने बनाया है, उस विकास की गाड़ी सड़क से उतरे नहीं, भटके नहीं और अटके भी नहीं। मोदी ने कहा, ‘मोदी यानी हर गारंटी पूरी होने की गारंटी है।’ उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने अपनी सारी इच्छाशक्ति खो दी है। कांग्रेस के जमीन से जुड़े नेता चुपचाप मुंह पर ताला लगाकर बैठ गए हैं। कांग्रेस पहले बर्बाद हुई, बैंक करप्ट हुई, अब अपना ठेका दूसरे लोगों को दे दिया है। ये ग्राउंड पर कांग्रेस का हर कार्यकर्ता महसूस कर रहा है। कांग्रेस जमीन पर लगातार खोखली हो रही है।’