बिना रुके लगातार चौबीस घंटे लोक नृत्य कर वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड लंदन में नाम दर्ज कराने के लिए मंच पर उतर दल

बुरहानपुर
बिना रुके लगातार चौबीस घंटे लोक नृत्य कर वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड लंदन में नाम दर्ज कराने के लिए शनिवार से बुरहानपुर के परमानंद गोविंदजीवाला आडिटोरियम में लोक कलाकार मुकेश दरबार सहित दस कलाकारों का दल मंच पर उतर गया है।

इस कार्यक्रम से वर्ल्ड बुक ऑफ रिकार्ड लंदन की टीम वर्चुअली जुड़ी हुई है। लोक नृत्य का यह अनूठा कार्यक्रम शनिवार दोपहर 2.49 बजे प्रारंभ हुआ है, जो रविवार दोपहर 2.49 बजे समाप्त होगा। निमाड़ की लोक संस्कृति को विश्व पटल पर पहचान दिलाने के लिए मप्र संस्कृति विभाग, जिला पुरातत्व पर्यटन एवं संस्कृति विभाग और जन जागृति कला केंद्र नेपानगर ने संयुक्त रूप से इसका आयोजन किया है।

भगोरिया, गणगौर और फगुआ नृत्य की प्रस्तुति
कलाकारों का यह दल चौबीस घंटे के दौरान निमाड़ के प्रसिद्ध भगोरिया, गणगौर और फगुआ नृत्य की प्रस्तुति देगा। इस दौरान देसी वाद्य यंत्रों ढोल, मांदल, बांसुरी, हारमोनियम, थाली आदि के माध्यम से संगीत दिया जाएगा। कलाकार तीनों लोक नृत्यों की वेशभूषा भी नृत्य करते हुए ही बदलेंगे।

विदेशों तक पहुंचेगा मप्र का नाम
कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर मौजूद सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल ने कहा कि जन जागृति कला केंद्र के प्रमुख मुकेश दरबार और उनकी टीम सहित जिला प्रशासन बधाई के पात्र हैं। दरबार ने अपनी कला के माध्यम से निमाड़ की लोक संस्कृति को देश और विदेश तक पहले भी पहुंचाया है। अब विश्व रिकार्ड बनाने का प्रयास किया जा रहा है, जो प्रशंसनीय है। इससे विदेशों तक मप्र और निमाड़ की लोक संस्कृति काे पहचान मिलेगी। उन्होंने दल को लक्ष्य पूर्ण करने के लिए अग्रिम बधाई दी। इस मौके पर विधायक अर्चना चिटनिस, मंजू दादू, कलेक्टर हर्ष सिंह, डीएटीसी के सदस्य और गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

देश-विदेश में दल दे चुका प्रस्तुति
जागृति कला केंद्र के प्रमुख मुकेश दरबार और उनका दल अब तक देश-विदेश में दर्जनों कार्यक्रम प्रस्तुत कर चुका है। दिल्ली में भारत पर्व के दौरान भी प्रस्तुति दी थी। इसके अलावा असम, मुंबई, दिल्ली, लखनऊ, अयोध्या, जोधपुर, जयपुर, सूरत, उदयपुर, अहमदाबाद, चेन्नई के अलावा वर्ष 2016 में कंबोडिया और 2017 में तुर्कमेनिस्तान में भी प्रस्तुति दी थी। इस दौरान दल ने भारत सरकार का प्रतिनिधित्व किया था। दरबार बीते 30 साल से कला साधना में लीन हैं।

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