मॉस्को
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के काफिले में शामिल लिमोजिन कार में धमाके के बाद आग लग गई। इसके बाद सवाल उठने लगे कि कहीं पुतिन को निशाने पर नहीं थे? गाड़ी में यह धमाका मॉस्को के एफएसबी हेडक्वार्टर के पास लग्जरी कार ऑरस लिमोजिन में हुआ। गाड़ी में आग लगा देख तुरंत आसपास से लोग मदद के लिए दौड़ पड़े। हाल ही में यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने पुतिन की मौत की भविष्यवाणी भी की थी।
यह घटना लुब्यंका में एफएसबी गुप्त सेवा मुख्यालय के पास हुई। इस कार की कीमत 275,000 पाउंड है। लिमोजिन कार में आग लगने का एक वीडियो भी ऑनलाइन वायरल हो रहा है। क्लिप में दिखाया गया है कि आग इंजन को अपनी चपेट में लेती है और फिर वाहन के पूरे इंटीरियर में फैल जाती है। इस गाड़ी का प्रबंधन राष्ट्रपति संपत्ति विभाग द्वारा किया जाता है, जो राष्ट्रपति के परिवहन का ध्यान रखता है। हालांकि, अभी तक यह नहीं पता चल सका है कि जब धमाका हुआ तो कार के अंदर कोई था या नहीं।
जेलेंस्की ने पुतिन की मौत का किया था दावा
उल्लेखनीय है कि पिछले कई सालों से रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध चल रहा है। कुछ दिन पहले ही यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा था कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की जल्द ही मौत हो जाएगी। उनकी मृत्यु रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे संघर्ष को समाप्त कर सकती है। कीव इंडिपेंडेंट के अनुसार, जेलेंस्की ने 26 मार्च को पेरिस में यूरोपीय पत्रकारों के साथ एक इंटरव्यू के दौरान ये टिप्पणियां की थीं। पुतिन के स्वास्थ्य के बारे में लगातार अटकलों के बीच यह टिप्पणी आई थी। जेलेंस्की के इस बयान और फिर पुतिन के काफिले की गाड़ी में बम धमाके के बाद सवाल उठने लगे हैं। माना जा रहा है कि जांच एजेंसियां इस बात की भी पुष्टि करेंगी कि धमाके का यूक्रेन से चल रहे युद्ध में कोई संबंध तो नहीं है।
लिजोजिन कारों का इस्तेमाल करते हैं पुतिन
72 वर्षीय पुतिन इन रूसी निर्मित लिमोजिन कारों का नियमित रूप से इस्तेमाल करते आए हैं और उन्होंने उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन सहित सहयोगियों को भी इन्हें गिफ्ट में दिया है। यह विस्फोट ऐसे समय में हुआ जब रूसी राष्ट्रपति को खतरा महसूस हो रहा है। हाल ही में मरमंस्क में संघीय सुरक्षा सेवा के अधिकारियों द्वारा औपचारिक गार्डों की तलाशी ली गई। एक रूसी प्रसारक से एक पूर्व अंगरक्षक ने कहा, "यह दर्शाता है कि उन्हें अपनी जान का कितना डर है।" उन्होंने यह भी कहा कि पुतिन अपने स्वयं के कर्मचारियों पर भरोसा नहीं करते हैं।