वक्फ कानून विरोध की आग में पश्चिम बंगाल झुलस रहा

पश्चिम बंगाल

 

वक्फ कानून विरोध की आग में पश्चिम बंगाल झुलस रहा है। बंगाल के कई जिले हिंसा की चपेट में आ चुके हैं। शनिवार को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद, नॉर्थ 24 परगना, हुगली और मालदा जिलों में हिंसक विरोध प्रदर्शन हुए। वाहनों को आग लगाई और दुकानों-घरों में तोड़फोड़ कर लूट भी की गई। शुक्रवार को भड़की हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है जबकि सैंकड़ों लोग घायल हैं। वहीं मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 150 से ज्यादा उपद्रवियों को गिरफ्तार किया है।

सबसे ज्यादा असर बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले हैं। पिछले चार दिन से वक्फ कानून विरोध की आड़ में मुर्शिदाबाद हिंसा की आग में झुलस रहा है। वहीं पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के धुलियान में एक बार फिर गोलीबारी की गई है। फायरिंग की इस घटना में दो बच्चे घायल हो गए हैं। वक्फ कानून के विरोध में प्रदर्शनकारियों ने बीएसएफ पर भी हमला किया है। वक्फ कानून विरोध की आड़ में उपद्रवी जिव के सुती, समशेरगंज, जलांगी, लालगोला और धुलियान में जमकर हिंसा कर रहे हैं। शनिवार को भी फायरिंग हुई थी. हिंसा के कारण मुर्शिदाबाद में कल इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई थी।

हालात यह है कि खुद कलकत्ता हाईकोर्ट को मामले में संज्ञान लेना पड़ा और हिंसाग्रस्त इलाकों में पैरामिलिट्री फोर्स की कंपनियों की तैनाती कराने का आदेश देना पड़ा है।

हिंसा के बाद धुलियान, शमसेरगंज समेत बड़े इलाकों में अशांति का माहौल है। वक्फ कानून के खिलाफ मुस्लिम संगठन लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। मुर्शिदाबाद में शुक्रवार को हिंसा भड़की थी. तब से स्थिति लगातार तनावपूर्ण बनी हुई है। इस विरोध प्रदर्शन के बीच कल मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का भी बयान सामने आया था। उन्होंने कहा था कि बंगाल में वक्फ कानून लागू नहीं होगा।

धुलियान के रहने वाले हिंदू पिता-पुत्र की हत्य़ा

हिंसा में मरने वालों में धुलियान के रहने वाले पिता-पुत्र भी हैं। हिंसक भीड़ ने पीट-पीटकर हरगोविंद दास (पिता) और चंदन दास (बेटे) को मार डाला। दोनों हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां बनाते थे। तीसरा युवक शुक्रवार को गोली लगने से घायल हुआ था। इलाज के दौरान उसकी मौत हुई।

हिंसाग्रस्त इलाकों में 1600 जवान तैनात

केंद्र सरकार ने पश्चिम बंगाल के हिंसाग्रस्त इलाकों में 1600 जवान तैनात किए हैं। 300 के करीब BSF जवान हैं। कुल 21 कंपनियां की तैनात की गई हैं। हिंसाग्रस्त वाले इलाकों में इंटरनेट बैन है। धारा 144 भी लागू है। राज्य में वक्फ कानून के विरोध में 10 अप्रैल से हिंसा जारी है।

केंद्रीय गृह सचिव ने मुख्य सचिव-डीजीपी से की बात

केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने मुर्शिदाबाद हिंसा पर पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। उन्होंने जल्द से जल्द सामान्य स्थिति सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त कदम उठाने को कहा। ADG (लॉ एंड ऑर्डर) जावेद शमीम ने कोलकाता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया- आज (शनिवार) की घटना का ब्योरा अभी उपलब्ध नहीं है। पुलिस की ओर से गोली नहीं चली है, BSF की ओर से हो सकता है। ये शुरुआती जानकारी है। घायल खतरे से बाहर है।

सीएम ममता ने लोगों से शांत रहने और उकसावे में न आने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि हम किसी भी हिंसक गतिविधि का समर्थन नहीं करते। कुछ दल राजनीतिक लाभ के लिए धर्म का दुरुपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं। उनके बहकावे में न आएं। हर इंसान की जान कीमती है; राजनीति के लिए दंगे न भड़काएं। जो लोग दंगे भड़का रहे हैं, वे समाज को नुकसान पहुंचा रहे हैं।

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